सोमवार, 24 सितंबर 2012

हमारा संकल्प



      
      हमारा संकल्प 
      करें प्रयास हम भारत वासी, सत्य सफलता पाना है|
मेहनत की पूंजी से सिंचितप्यारा  देश बसाना है||
सत्य मार्ग गांधी वादी हम, दुनिया को बतलाना है|
मातृभूमि को रहें समर्पित, माँ को शीस चढ़ाना है||
शालीनता का वृक्ष लगा कर, मृदु छैय्या फैलाना है|
हर चेहरा मुस्कान लिए हो, ऐसा स्वर्ग बसाना है||
हर हाँथो को काम मिले अब, ऐसी राह बनाना है|
नहीं कोई भूखा प्यासा हो, इतना अन्न उगाना है||
शिक्षा को अधिकार बनाकर, ज्ञान दीप जलाना है|
विकसित हो भारत अपना, नंबर वन पर लाना है||
भेद भाव अलगाव ये वर्णी, हमको यहाँ मिटाना है|
नित प्रतिदिन नई खोज हो, आलस दूर भगाना है||
सूरज की किरणें संचित कर, रातों में बिखराना है|
हर शहर और गांव गांव तक, प्रगति को पहुँचना है||
कारखाना हो या खलिहान, हर फसलों को उपजाना है|
हर घर हर झोपड़ पट्टी से, अन्धकार मिटवाना है||
ईमान प्रेम श्रद्धा के फूलों से, भारत को महकाना है|
श्रम शक्ति की पूजा से अब,  कीर्तिमान बनाना है||
ज्ञान दीप प्रज्वलित करके,अज्ञान को दूर भगाना है|
सूर्य चन्द्रमा भी फीके हों, ऐसी चमक दिखाना है||
मेरे सपनों का सुन्दर भारत ऐसा ख्वाब सजाना है|
संकल्प हमारा पूरा होगा, मनन हमें कर जाना है||   
उमाशंकर मिश्रा छ.ग.     

4 टिप्‍पणियां:

  1. वाह ,,, बहुत खूब,,,,उमाशंकर जी,,,

    मेरे सपनों का सुन्दर भारत ऐसा ख्वाब सजाना है|
    संकल्प हमारा पूरा होगा, मनन हमें कर जाना है||

    RECENT POST समय ठहर उस क्षण,है जाता,

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  2. आदरणीय धीरेन्द्र जी सादर आभार

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  3. .

    उमाशंकर मिश्रा जी
    बहुत श्रेष्ठ संकल्प है आपका …

    सुंदर भाव सुंदर शब्दों में ढल कर सुंदर रचना के रूप में प्रस्फुटित हुए हैं …
    बहुत ख़ूब !

    शुभकामनाओं सहित…
    राजेन्द्र स्वर्णकार

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    1. आदरणीय राजेन्द्र जी आपने रचना को सराहा
      आपका आभार

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