tag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post4660958709342197590..comments2023-11-02T05:23:45.079-07:00Comments on उजबक गोठ: UMA SHANKER MISHRAhttp://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-61430469923187244262012-09-21T09:56:24.893-07:002012-09-21T09:56:24.893-07:00समय की कमी से प्रिय धीरेन्द्र जी
मै आपका धन्यवाद...समय की कमी से प्रिय धीरेन्द्र जी <br />मै आपका धन्यवाद ज्ञापित नाहीं कर पाया <br />आपका हार्दिक आभार UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-13654991587232053452012-09-21T09:54:38.943-07:002012-09-21T09:54:38.943-07:00आदरणीय रविकर जी
आपने अपनी इस कुंडली से हमें
वसीभ...आदरणीय रविकर जी <br />आपने अपनी इस कुंडली से हमें<br /> वसीभूत कर लिया है <br />आपके तराने जो समझ गया वो माला मॉल होगया <br />साहित्य साधना है आपकी कुण्डलियाँ <br />हार्दिक आभार <br />समय अभाव में मुझे विलम्ब हुवा है<br /> मै क्षमा चाहता हूँ UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-86568892364003832012-09-21T09:48:21.139-07:002012-09-21T09:48:21.139-07:00आदरणीया राजेश कुमारी जी
आपका साहित्य के प्रति एवं...आदरणीया राजेश कुमारी जी <br />आपका साहित्य के प्रति एवं हिंदी के प्रति<br /> अगाध प्रेम देख कर मै आपका आभारी हूँ <br />आपका मेरे इस ब्लॉग में आना मुझे <br />सुखकर लगा सादर धन्यवाद UMA SHANKER MISHRAhttps://www.blogger.com/profile/06099647965326076377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-75925662774409839912012-09-14T08:35:40.563-07:002012-09-14T08:35:40.563-07:00उमा शंकर जी आपको यहाँ देखकर बहुत ख़ुशी हुई रचना को...उमा शंकर जी आपको यहाँ देखकर बहुत ख़ुशी हुई रचना को दुबारा पढने में भी इतना ही आनंद आया आपके ब्लॉग को फोलो करलिया है मेरा ब्लॉग http://hindikavitayenaapkevichaar.blogspot.in par aapka swaagat hai.Rajesh Kumarihttps://www.blogger.com/profile/04052797854888522201noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-78434364477375989772012-09-12T23:23:00.878-07:002012-09-12T23:23:00.878-07:00रोटी रोदन रात रत, रिक्त *रोटका *रोट |
**राट हुवे स...रोटी रोदन रात रत, रिक्त *रोटका *रोट |<br />**राट हुवे सब राड़ सब, खूब छापते नोट |<br />खूब छापते नोट, बनी है ***रोटिहा ममता|<br />राज काज का खोट, कहीं न मिलती समता |<br />छीने पहरेदार, नजर रोटी पर खोटी |<br />बेंचे चीज अमोल, कमाती दो ठो रोटी ||<br /><br /><br />*बाजार * गेंहूँ का आटा ** श्रेष्ठ <br />***मात्र रोटी पर काम करने वाली रविकर https://www.blogger.com/profile/00288028073010827898noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1654467918706608719.post-55527309231146653962012-09-12T22:04:14.329-07:002012-09-12T22:04:14.329-07:00बहुत बेहतरीन भावों को अपनी रचना में उकेरा है ,,,बध...बहुत बेहतरीन भावों को अपनी रचना में उकेरा है ,,,बधाई उमाशंकर जी,,,,<br /><br />RECENT POST <a href="http://dheerendra11.blogspot.in/2012/09/blog-post_9.html#links" rel="nofollow">-मेरे सपनो का भारत</a>धीरेन्द्र सिंह भदौरिया https://www.blogger.com/profile/09047336871751054497noreply@blogger.com